SAFE SHOP LATE MR. SHYAM SUNDAR BIOGRAPHY IN HINDI

 हेल्लो दोस्तों आज इस पोस्ट में मै आपको सेफ शॉप के LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के बारे में बताने जा रहा हु | अगर आपने इस पोस्ट को पूरा ध्यान से पढ लिया तो आपको सेफ शॉप में काम करने का एक अलग ही जूनून हो जायेगा तो आप इस पोस्ट को पूरा ध्यानपूर्वक पढियेगा |  

      दोस्तों LATE MR. SHYAM SUNDAR का जन्म गाजीपुर जिले में गोविंदपुर नामक गाव एक गरीब परिवार में हुआ था | LATE MR. SHYAM SUNDAR के परिवार में माँ – पिता , 3 भाई , एक बहन सहित 6 लोग थे | LATE MR. SHYAM SUNDAR की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद इनके पिता जी ने तीनो भाइयो को शिक्षा दिलाई | LATE MR. SHYAM SUNDAR को अच्छे से याद है जब वे आठवी कक्षा में पढ़ रहे थे तब वे अपनी माँ को प्रत्येक मंगलवार को गंगा स्नान के लिए साइकिल से लेकर जाते थे | 

   गंगा घाट पहुचने के बाद वे घंटो तक उन लोगो को देखते थे , जो अपने माता -पिता को स्कूटर , बाइक तथा कार से लेकर आते थे | वे सोचते थे की उन लोगोके पास सारी  सुख  सुविधाए है परन्तु मेरे पास क्यों नहीं है ?  अगर LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ऐसा सोच रहे थे तो , वे बिलकुल सही सोच रहे थे क्यूंकि प्रत्येक व्यक्ति स्वप्नदर्शी होता है |

    इन सारी बातो को सोचकर वो तड़प उठते थे , परन्तु वे कर भी की सकते थे वे अभी आठवी कक्षा के विद्यार्थी थे | जब LATE MR. SHYAM SUNDAR जी दसवी कक्षा पास किये तो, वे सोचे अपनी परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वे कुछ कर सकते है | उन्होंने अपनी पढाई के साथ ट्यूशन पढाना सुरु कर दिया | ट्यूशन की पढाई के पैसे से वे अपनी पढाई का खर्च निकालने लगे | 

    धीरे – धीरे वे ट्यूशन से  पैसे आने की वजह से उनकी आशा बढती गयी और वे इंटर पास कर लिए | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी धीरे – धीरे ट्यूशन के साथ – साथ अपने घर के कामो में हाथ बटाना सुरु कर दिया | इंटर के साथ – साथ वे स्नातक डीग्री भी पूरा कर लिया | अब वे होम ट्यूशन छोड़कर एक कोचिंग सेंटर खोल लिए | जिससे उनकी महीने की आय 3000 से 4000 महीने होने लगी | तब थोडा उनके परिवार में खुशी आने लगी | 

   तभी इसी बिच LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के माता जी की तबियत ख़राब हो गयी | उनका इलाज़ काफी दिनों तक चलता रहा और कुछ दिन बाद पता चला की उन्हें ब्लड कैसर हो गया है और 21 मार्च 1999 को उनका देहांत हो गया | जिस दिन LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के माता जी की तेरही थी उसी दिन LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के पिता जी की तबियत खराब हो गयी | 

   एक तरफ LATE MR. SHYAM SUNDAR जी अपने पिता जी को लेकर हॉस्पिटल में थे तो दूसरी तरफ उनके कुछ परिवार के लोग उनकी माता जी के तेरही में शरीक थे | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी अंदर से बिलकुल टूट चुके थे | उनके रिश्तेदार के लोग उन्हें सांत्वना दे रहे थे की श्याम मुश्किलों में हिम्मत नहीं हारा करते है | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने अपने पिता जी का काफी लम्बा इलाज़ कराया और आगे इलाज़ कराने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे क्यूंकि बहुत सारा पैसा उनकी माता जी में खर्च हो गया था |  अंतिम दौर में डॉक्टर ने बताया की आपके पिता जी को चेस्ट कैंसर हो गया है और 27 जून 1999 को उनके पिता जी का भी देहांत हो गया | 

      LATE MR. SHYAM SUNDAR के सर से माता – पिता का साया उठ चूका था और साथ – साथ इस सारी विपत्तियों की वजह से उनके ऊपर 3 लाख का कर्ज हो चूका था | फिर LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने अपनी पढाई छोड़कर सिर्फ कोचिंग सेंटर चलाना सुरु कर दिया | बड़ी मुश्किल से उनके परिवार का खर्च चल पा रहा था | लेकिन इन सारी परिस्थितियों में LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने अपना धैर्य नहीं छोड़ा और कोचिंग सेंटर चलता रहा | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के बड़े भाई खेती में काम करते थे और छोटे भाई ने पढाई छोड़कर एक छोटी सी दुकान खोल ली थी | 

      LATE MR. SHYAM SUNDAR जी सोचते थे की लाखो का कर्ज कैसे भरेंगे | इस कोचिंग से तो कभी कर्ज नहीं भर पाएंगे | इसलिए LATE MR. SHYAM SUNDAR जी को नए काम की तलाश थी | आखिरकार भगवान् ने LATE MR. SHYAM SUNDAR जी की पुकार सुन ली | एक दिन LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के एक क्षात्र कहता है की आपको  मेरे चाचा जी ने बुलाया है | उसी शाम को LATE MR. SHYAM SUNDAR जी उस क्षात्र के चाचा से मिलने चले गए | वहा जाने के बाद उन्होंने पूछा की मास्टर जी आप कुछ अलग से पैसा कमाना चाहते है | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी बोले क्यों नहीं ? मुझे पैसो को बहुत जरुरत है | 

     उन्होंने ने बताया की आप रविवार को 10 बजे सुबह टाउन हाल पहुचिये वही पर आपको सब कुछ बताया जायेगा | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ठीक सुबह 10 बजे वहां पहुच गए , वहा पर और 3 या 4 लोग बैठे थे | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी भी वहा बैठ गए और उन्हें एक बिज़नस के बारे में बताया गया | वह बिज़नस SAFE SHOP का था | SAFE SHOP का बिज़नस  देखने के बाद उन्हें लगा की उनके सारे कर्ज यही से भरे जा सकते हैं | लेकिन SAFE SHOP को ज्वाइन करने के लिए उनके पास बिलकुल भी पैसे नहीं थे | 

    LATE MR. SHYAM SUNDAR जी पहले से ही लाखो के कर्ज में थे | परन्तु उनको सेफ शॉप का प्लान देखने के बाद ऐसा लगा की यह बिज़नस मेरी ज़िन्दगी बदल सकता है | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने अपने कर्ज को और बढ़ाया और 19 नवम्बर 2003 को सेफ शॉप ज्वाइन कर लिया |  

    LATE MR. SHYAM SUNDAR जी जैसे ही अपनी ID सेफ शॉप में लगाकर घर वापस आ रहे थे तभी उनके सीनियर मिल गए और बोले मास्टर साहब आप  तो फस गये , मै इस काम को नहीं करूंगा , लेकिन LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने बोला कोई बात नहीं आपको नहीं करना है मत करिए लेकिन मुझे करना है , क्यूंकि मेरे ऊपर लाखो रुपये के कर्ज है और मुझे लगता है इस बिज़नस से मै अपने सारे कर्ज को उतार सकता हु | 

     LATE MR. SHYAM SUNDAR जी सेफ शॉप ज्वाइन करते ही अपनी कोचिंग बंद कर दिए | वे घूम – घूम कर लोगो को प्लान दिखाना शुरू कर दिए | उनके मित्र कहते थे की तुम किस काम में फस गये हो , इसासे अच्छी तो तुम्हारी कोचिंग ही थी जहा तुम कुछ पैसा कमा लेते थे | LATE MR. SHYAM SUNDAR जी को अच्छी तरीके से सेफ शॉप का प्लान दिखाना नहीं आता था पर उनके अन्दर एक लगन थी इसलिए वे सबको प्लान दिखाते थे |  

       कुछ महिनो बाद सेफ शॉप को LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के मित्र ने ज्वाइन कर लिया | अब वे दोनों लोग दिन भर अपने अपने रिश्तेदारों , मित्रो को प्लान दिखाते थे , पर कोई ज्वाइन नी करता था , क्यूंकि उन दोनों लोग को प्लान अछे से दिखाना नहीं आता था | कुछ महीने बाद उन दोनो लोग को प्लान दिखाने आने लगा । एक साल में उन लोगो ने 300 लोगों का एक नेटवर्क बना दिया । लेकिन एक वर्ष होने के बाद id को renewal कराने का समय आ गया । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के पास id renewal कराने के पैसे नहीं थे क्योंकि अब तक LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने जितने भी लोगो को जॉइन कराया था अपने एक side ही कराया था। 

     LATE MR. SHYAM SUNDAR जी ने अपनी id का renewal अपने सीनियर दीपक बिल्ला जी से पैसे मांग कर करवाया । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी अपने काम को पूरे लगन , ईमानदारी और कठिन मेहनत से करते रहे और कुछ समय बाद उनकी दूसरी लाइन भी शुरू हो गई। LATE MR. SHYAM SUNDAR जी पहली बार दिल्ली गए थे , तो उस समय दीपक बिल्ला सर से मुलाकात हुई । उनसे मिलते ही LATE MR. SHYAM SUNDAR जी का आत्मविश्वास बढ़ गया और वही पर वे ठान लिए की अगली बार सिल्वर बन कर आएंगे ।

            जब LATE MR. SHYAM SUNDAR जी दूसरी बार दिल्ली गए तो अपना सिल्वर का अवार्ड लिया और उसी दिन फिर ठान लिया कि अगली बार गोल्ड का अवार्ड लूंगा और अगली बार गोल्ड का अवार्ड भी लिया । 

       काम करते वक़्क़ LATE MR. SHYAM SUNDAR जी  के पास बहुत मुश्किलें आती रही लेकिन वे उन मुश्किलों से घबराए नही बल्कि उन मुश्किलों से उनको एक रास्ता मिलता गया । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी दिन रात अपने नेटवर्क के साथ काम करते रहे । जिसके चलते उनकी अगली प्रोमोशन पर्ल की हुई । पर्ल बननेके बाद LATE MR. SHYAM SUNDAR जी का नेटवर्क हर जिलो में पहुच गया और उनका काम आसान होते गया । 

    उनके नेटवर्क की संख्या लागातार बढ़ती गयीं और लीडर भी बढ़ते गए तब तक LATE MR. SHYAM SUNDAR जी का टोपाज का प्रोमोशन हो गई । तभी अचानक से LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के नेटवर्क में एक भुचाल आ गया , वो भुचाल कोई और नही उनके सिनीयर ने लाया था जो दूसरी कंपनी जॉइन करके LATE MR. SHYAM SUNDAR जी के नेटवर्क को खराब करने में लगा था । लेकिन LATE MR. SHYAM SUNDAR जी अपने बड़े सीनियर की मदद से अपना नेटवर्क बचाया और दुगनी तेज़ी से दिन रात लगकर आपके लीडरो के साथ काम किये जिसके फलस्वरूप उनका रूबी का प्रोमोशन हुआ । 

       LATE MR. SHYAM SUNDAR जी का एक सपना था कि वह वारणसी के अंदर 2000 लोगो का एक अलग प्रोग्राम करे और उनका सपना 26 मई 2004 को पूरा हो गया उन्होंने वारणसी में 2000 लोगो का प्रोग्राम किया और वही पे अपना एक और सपना बनाया की अगली बार वे diamond बनकर आएंगे । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी  का काम कई जिलों से निकलकर कई राज्यो में फैल गया । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी महीनों महीनों घर से बाहर रहकर काम किया जिसके फलस्वरूप 15 अक्टूबर 2005 को diamondship को हासिल किया । 

     अगर उनको diamondship प्राप्त हुई तो उनके पीछे उनके टीम की कड़ी मेहनत, लगन और त्याग था । जिससे वे diamondship के मुकाम पर पहुचे थे । तभी अचानक बीच में LATE MR. SHYAM SUNDAR जी को ब्रेन हेमरेज हो गया और 1 या 2 साल तक वे बिज़नेस नही कर पाए और कुछ समय तक वे कोमा में थे । जब LATE MR. SHYAM SUNDAR जी की तबियत ठीक हुई तो उन्होंने देखा कि मेरे इलाज़ का सारा खर्च सेफ शॉप के पैसे से हुआ है और बैंक में सेफ शॉप की वजह से 10 लाख बच भी गए है । 

       LATE MR. SHYAM SUNDAR जी की पूरी ज़िन्दगी सेफ शॉप ने बदल डाली । उनके ऊपर से सारा कर्ज उतार दिया और उनके पास सेफ शॉप की वजह से एक घर, एक कार और ढेर सारा पैसा मिला । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी का 18 जून 2007 को उनकी नेटवर्क 17000 लोगो की हो चुकी थी । 

          लेकिन एक दिन LATE MR. SHYAM SUNDAR जी वारणसी से मीटिंग करके गाजीपुर अपने घर कार से जा रहे थे । अचानक से उनकी कार का accident हो गया और उनकी मृत्यु हो गयी । उनके मृत्यु की खबर सुनकर सेफ शॉप में एक सन्नाटा छा गया । उनकी मृत्यु तो अकेले हुई थी और अपने पीछे अपनी पत्नी और 3 छोटे बच्चे और अपनी टीम को छोड़ कर चले गए थे ।  

MRS SUSHMA ( W/O LATE MR. SHYAM SUNDAR ) 

   मेरे पति का एक सपना था को हमारे पास एक बहुत शानदार से घर हो । अपने जीते जी तो वह इस सपने को पूरा नही कर पाए परंतु उनकी मृत्यु के बाद सेफ शॉप की कमाई से आज हमने उस सपने को पूरा कर लिया है । आज हमारे पास एक बहुत बढ़िया घर , जो शायद हमारे जिले का सबसे खूबसूरत घर है । हमारे पास एक 38 लाख रुपए की FORD ENDEAVOUR कार है । मेरे तीनो बच्चे शहर के सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ते है और भविष्य के लिए पर्याप्त पैसा और सम्पति है । आज LATE MR. SHYAM SUNDAR जी का नेटवर्क 17000 से बढकर 4,00,000 से ज्यादा हो गयी है । हमारे पति के मृत्यु के बाद हमारे घर पर सेफ शॉप की वजह से करोडो की आय आ चुकी है ।  

     मैं उम्मीद करता हु की आप इस पोस्ट को पूरा ध्यानपूर्वक पढ़ा होगा । LATE MR. SHYAM SUNDAR जी की जीवनी आपको किसी लगी कमेन्ट में अपना MSG कर दे । 

SHARE THIS POST IF IT ADDING SOME VALUE INTO YOUR KNOWLEDGE .....
MOHIT KUMAR

MOHIT KUMAR

मेरा नाम मोहित कुमार है | मै इस website के माध्यम से आपको SAFE SHOP के बारे में सारी जानकारी देता रहूँगा | अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप mohit12121212kumar@gmail.com पर सन्देश भेज सकते है |

Articles: 44

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *